चंपावत-टनकपुर हाईवे पर धौन और स्वाला के बीच सुबह से मलबा आने से एनएच बंद हो गया है।

उत्तराखंड

जिले भर में दो दिन से हो रही वर्षा के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। चंपावत-टनकपुर हाईवे पर धौन और स्वाला के बीच सुबह से मलबा आने से एनएच बंद हो गया है। दोपहर में स्वाला के पास लगभग 20 मीटर सड़क का हिस्सा भी बह गया। इसके बाद रास्ते में फंसे वाहनों को वापस चंपावत और टनकपुर की ओर भेजा गया।

आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर गिरा मलबा

चंपावत-टनकपुर हाईवे पर आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर मलबा गिरा, लेकिन स्वाला के पास 20 मीटर सड़क ही गायब हो गई। एनएच के अधिकारियों के अनुसार शनिवार की देर शाम तक एनएच सुचारू होने की संभावना काफी कम है। अलबत्ता छोटे वाहनों के निकलने के लिए रास्ता बनाने का काम चल रहा है। लाइफ लाइन बंद होने और 20 ग्रामीण सड़कों के बंद होने के बाद डीएम ने आनन-फानन में आपदा एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर जरूरी दिशा निर्देश दिए। एनएच के अधिकारियों ने सड़क का जायजा लेकर कर्मचारियों को मलबा हटाने के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।

जिले की 14 ग्रामीण सड़कें बंद

इधर, भारी वर्षा से लोहाघाट-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बापरू एवं भारतोली के पास भी मलबा आ गया, जिसे दोपहर तक हटा दिया गया था। अपरान्ह एक बजे से वर्षा बंद होने के बाद राहत मिली, जिससे मलबा हटाने के काम में भी तेजी आ गई। इधर टनकपुर-पूर्णागिरि मार्ग पर किरोड़ा नाला उफान पर आने के कारण शाम तक आवाजाही ठप रही। टनकपुर सेे पर्वतीय क्षेत्र की ओर आने वाले वाहनों को ककरालीगेट पर रोक दिया गया। वर्षा से जिले की 14 ग्रामीण सड़कें भी बंद हो गई हैं।

डीएम ने की देवीधुरा मार्ग से यात्रा करने की अपील

जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी ने सभी लोगों से वर्षा के समय अनावश्यक यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। उन्होंने जरूरी काम से मैदानी क्षेत्रों तक जाने के लिए देवीधुरा मार्ग का उपयोग करने की अपील की है। कहा है कि किसी पहाड़ी, चट्टान से भूस्खलन हो रहा हो या होने की संभावना हो तो तुरंत उस स्थान को छोड़ सुरक्षित स्थानों पर जाएं। आपदा संबंधित सूचना कंट्रोल रूम नंबर-05965230819 पर या प्रशासन को देने की अपील की है।

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