भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्र जोशीमठ में आंदोलन के लिए जेएनयू से वामंपथी छात्रों को लाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वामपंथियों से जोशीमठ के लोगों को सचेत रहने की जरूरत है। एक समय भारत चीनी भाई – भाई के नारे लगाए जाते थे। इसलिए स्थानीय लोगों को यह बातें याद रखनी चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने मंगलवार को मीडिया को जारी बयान में कहा कि जोशीमठ चारधाम यात्रा के साथ ही चीन सीमा से लगे होने के कारण एक संवेदनशील क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि वामपंथी पिछले काफी समय से स्थानीय लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार व उनकी ओर से काफी समय से जोशीमठ समस्या के समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन वामपंथी संगठन से जुड़े लोग मुआवजा और समाधान की प्रक्रिया में बाधा बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वामपंथियों के आंदोलन की वजह से जोशीमठ आपदा से प्रभावित लोगों के मुआवजे आदि के निर्धारण में देरी हो रही है। ऐसे में लोगों को वामपंथियों से सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार आपदा से प्रभावित लोगों को हर संभव मदद देने के प्रयास कर रही है। यह पहली सरकार है जो आम लोगों की राय के आधार पर मुआवजा पैकेज तैयार कर रही है। सरकार आपदा प्रभावितों के प्रति संवेदनशील होने के साथ ही उनके रोजगार और कारोबार की चिंता भी कर रही है। मुआवजे और विस्थापन के लिए चार प्रकार के विकल्प रखे गए हैं। चारधाम यात्रा प्रभावित न हो इसके लिए सभी को प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसे विषय आगे न बढ़ाएं जिससे यात्रा प्रभावित हो। सरकार जोशीमठ के अच्छे ट्रीटमेंट के प्रयास कर रही है।