देश के अधिकतर राज्यों में फरवरी की गर्मी पसीना निकाल रही है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार बारिश की बूंदों के संकट से देशभर के तापमान में तपिश बढ़ रही है।
मौसम विभाग के अनुसार देश के 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस साल सामान्य से कम बारिश हुई है। मिजोरम, त्रिपुरा, झारखंड, गोवा, दादर नगर हवेली और दमन और दीयू ऐसे राज्य हैं जहां इस साल बारिश हुई ही नहीं है। दस राज्य ऐसे हैं जहां बारिश में 90 फीसदी तक की कमी दर्ज की गई है जो तापमान में बढ़ोतरी का बड़ा कारण हो सकता है।
आईएमडी के अनुसार देशभर में एक जनवरी से 17 फरवरी तक सामान्य से 35 फीसदी कम बारिश हुई है। सर्दियों में अक्तूबर से दिसंबर के बीच भी जरूरत के अनुसार बारिश न होने से वातावरण में गर्मी बढ़ी है। मौसम वैज्ञानिकों का मानना है कि फरवरी में तापमान में तेजी का एक कारण देश के अधिकतर हिस्से में बहुत कम मात्रा में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव दिखा है।
दिल्ली: गर्मी रोज बना रही रिकॉर्ड
दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री अधिक 31.5 डिग्री सेल्सियस था। 1981 से 2010 में 15 से 19 फरवरी के बीच अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। दिल्ली में इस साल फरवरी के शुरुआती 19 दिनें में 15 दिन अधिकतम तापमान 24 डिग्री तक रहा है। जनवरी में औसतन सामान्य बारिश 21 मिलीमीटर मानी जाती है।
हरियाणा: यहां भी नहीं बरस पाई राहत
आईएमडी के अनुसार हरियाणा और पंजाब में भी जनवरी महीने में आसमान से राहत नहीं बरसी है। हरियाणा में जनवरी में सामान्य 14.5 मिलीमीटर बारिश होती है जो 11.6 मिलीमीटर में सिमट गई। इसी तरह पंजाब में जनवरी में सामान्य से 5.2 मिलीमीटर कम बारिश हुई है। हरियाणा में सामान्य से 20 तो पंजाब- चंडीगढ़ में 26 फीसदी तक कम बारिश दर्ज हुई थी।
उत्तर प्रदेश: 15 मिलीमीटर कम बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार एक जनवरी से 16 फरवरी तक राज्य में 7.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है जो सामान्य से 15 मिलीमीटर कम है। वहीं 10 से 16 फरवरी के बीच पूरे राज्य में कहीं बारिश नहीं हुई है, जबकि इस दौरान 5.7 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए। पूर्वी से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश की एक बूंद भी नहीं पड़ी है।
उत्तराखंड: 54 फीसदी तक कम वर्षा
एक जनवरी से 15 फरवरी के बीच उत्तराखंड में 33.4 मिलीमीटर बारिश हुई है जबकि सामान्य बारिश 72.2 मिलीमीटर होनी चाहिए थी। राज्य के तेरह जिलों में सामान्य से कम बारिश होने का ही नतीजा है कि पहाड़ों पर भी गर्मी बढ़ रही है। फरवरी में 97 फीसदी तक कम बारिश हुई है। पौड़ी गढ़वाल 78, नैनीताल और हरिद्वार में सामान्य से 68 फीसदी तक कम बारिश हुई है।
बिहार: सिर्फ पांच जिलों में बूंदाबादी
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार जनवरी और फरवरी बिहार के लिए सूखा रहा है। बिहार में सामान्य 15.2 मिलीमीटर की तुलना में 0.2 मिलीमीटर ही बारिश हुई है। बिहार के 33 जिलों में इस साल बारिश की एक बूंद तक नहीं पड़ी है। वहीं पांच जिले सिवान, बक्सर, भभुआ, औरंगाबाद और भोजपुर में हल्की बारिश हुई है जिससे फरवरी में गर्मी बढ़ रही है।
झारखंड: सूखी सर्दी भी गर्मी की वजह
स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार राज्य में एक नवंबर से 16 फरवरी तक औसत बारिश 41.3 मिलीमीटर होती है जबकि हुई सिर्फ 0.3 मिलीमीटर है। राज्य में नवंबर, जनवरी और फरवरी में आसमान से कोई राहत नहीं बरसी है। दिसंबर में थोड़ी बारिश हुई जो औसत से 96 फीसदी तक कम थी। रांची मौसम विभाग के अनुसार झारखंड में 26 दिसंबर के बार बारिश नहीं है।