मानसून के बादलों के बरसने का अभी एक और मौका है। महीनेभर में राज्य के अधिकतर जिलों में कई दौर की बारिश हो सकती है। अगस्त में ही प्रदेशभर में सामान्य से आठ फीसदी कम बारिश हुई है। इस साल मानसून ने पांच दिन की देरी से उत्तराखंड में दस्तक दी थी और अब मानसून के देरी से ही विदा होने के आसार हैं।
भले ही बीते कुछ दिनों से बारिश से राहत मिली हो, लेकिन मानसून के बादलों के बरसने का अभी एक और मौका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है, इस बार मानसून के देरी से विदा होने की संभावना है, ऐसे में सितंबर में प्रदेश के अधिकतर जिलों में कई दौर की बारिश होने की आशंका हैं।
अगले सप्ताह छह से आठ सितंबर तक राज्य के अधिकतर जिलों में बारिश होने के आसार है। हालांकि तेज बारिश नहीं होगी। रही बात मानसून विदाई की तो बीते दो सालों से मानसून कुछ दिनों की देरी से विदा हो रहा है। इस बार भी मानसून के विदा होने में कुछ दिन देरी हो सकती है। – बिक्रम सिंह, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र