एलआईसी हाउसिंग लोन चुकाए बगैर बंधक संपत्ति बेचने के नाम पर देहरादून की दो महिलाओं से 52 लाख रुपये की ठगी हो गई। एसएसपी के निर्देश पर सिडकुल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। सिडकुल थाना प्रभारी प्रमोद उनियाल के मुताबिक बबीता सिंह और हरमन अरोड़ा निवासी शास्त्रीनगर देहरादून ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार को शिकायती पत्र दिया था।
इसमें कहा गया था कि हरिद्वार में आवासीय संपत्ति खरीदनी थी। प्रॉपर्टी डीलर विकास त्यागी ने रावली महदूद निवासी समिता भंडारी और उसके पति धर्मेंद्र से मिलवाया।
कहा कि वे प्रॉपर्टी डीलर विकास त्यागी, समिता भंडारी और उसके पति धर्मेंद्र कुमार के झांसे में आ गए। 15 फरवरी 2020 को देहरादून से विक्रय अनुबंध बनाकर बतौर बयाना 20 हजार रुपये दिए गए। इसके बाद अलग-अलग किश्तों में 52.20 लाख रुपये अदा किए गए। इस बीच लॉकडाउन लग गया। उन्होंने संपत्ति पर अपना कब्जा लेकर किराये पर दे दी। सितंबर 2020 को एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस से फोन आया और बताया गया कि संपत्ति पर 33 लाख रुपये का कर्ज बाकी है। यह सुनकर उनके पैरों तले जमीन निकल गई।
पीड़िताओं ने कहा कि जानकारी जुटाने पर पता चला कि संपत्ति वर्ष 2015 से एलआईसी हाउसिंग के पास गिरवी रखी हुई है। आरोपियों से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने लोन चुकाने का वादा किया लेकिन बीते छह अगस्त को एलआईसी एचएफएल की ओर से संपत्ति खाली करने के लिए नोटिस चस्पा कर दिया। सिडकुल थाना प्रभारी प्रमोद उनियाल ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
9 thoughts on “देहरादून की दो महिलाओं से 52 लाख रुपये की ठगी हो गई।”