श्रीनगर:- पहाड़ों में काश्तकारों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए प्रशासन अब एक ध्वनि यंत्र के जरिये ठोस योजना तैयार कर रहा है। उद्यान विभाग ने पौड़ी जनपद के निवासी भास्कर द्विवेदी द्वारा तैयार किये गए एक ध्वनि यंत्र को अपनी नर्सरी में लगाया है। जिससे बंदर, सूअर और अन्य पशु खेती को नुकसान नहीं पहुंचा पा रहे हैं। जिला प्रशासन ऐसे ही ध्वनि यंत्रों को अब काश्तकारों को वितरित करने की योजना तैयार कर रहा है। फिलहाल इसे पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जाएगा।
आपको बता दें कि पहाड़ों में लंबे समय से काश्तकार जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं। जंगली जानवर उनकी मेहनत को क्षण भर में बर्बाद कर देते हैं। ऐसे में काश्तकार सरकार और जिला प्रशासन से लंबे समय से उनकी खेती को जंगली जानवरों के आतंक से बचाने की मांग कर रहे थे। जिस पर पौड़ी जिले के निवासी भास्कर द्विवेदी द्वारा तैयार किये गए ध्वनि यंत्र को उद्यान विभाग ने अपनी नर्सरी में परीक्षण के तौर पर लगाया है। ये यंत्र जानवरों को भगाने में कारगर भी सिद्ध हुआ है।
इसका निरीक्षण स्वयं जिलाधिकारी पौड़ी ने भी किया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि यंत्र जंगली जानवरों को भगाने में कारगर है। जिससे बागवानी और खेती को जंगली जानवरों से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है।
वही यंत्र का निर्माण करने वाले भास्कर ने बताया कि यह एक सफल यंत्र है। इसकी आवाज से जंगली जानवर खेतों में नहीं आते हैं। इससे निकलने वाली आवाज से जानवर डर कर भाग जाते हैं।
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