महंत इंदिरेश अस्पताल पर तीमारदारों ने किडनी निकालने का आरोप लगाया है. इस आरोप के बाद मरीज के परिजनों ने महंत इंदिरेश अस्पताल में जबरदस्त प्रदर्शन किया. साथ ही सभी लोग इंदिरेश अस्पताल के बाहर धरने पर भी बैठे.
राजधानी का महंत इंदिरेश अस्पताल (Mahant Indresh Hospital of Dehradun) ऐसे गंभीर आरोपों में घिर गया है, जिसने अस्पताल की साख पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा दिया है. मामला एक मरीज की किडनी निकालने के आरोपों (Mahant Indresh Hospital accused of removing kidney) से जुड़ा है. जिस पर न केवल इंदिरेश अस्पताल में लोगों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया बल्कि अस्पताल के बाहर भी लोग धरने पर भी बैठ गए.
देहरादून के महंत इंदिरेश अस्पताल (Mahant Indresh Hospital of Dehradun ) में उस समय हंगामा मच गया, जब एक महिला की मौत के बाद अस्पताल पर किडनी निकालने का आरोप लगने लगा. दरअसल, नैनबाग की रहने वाली उषा देवी का एक दुर्घटना में पैर फ्रैक्चर हो गया था. जिसके बाद उषा देवी ने इंदिरेश अस्पताल में करीब 1 महीने तक इलाज करवाया. इलाज पूरा होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया, हालांकि पैर में काफी ज्यादा घाव होने के कारण उसकी सर्जरी किए जाने की बात डॉक्टरों ने रखी.
महंत इंदिरेश अस्पताल पर मरीज की किडनी निकालने का आरोप.
कुछ दिनों बाद यही सर्जरी कराने के लिए उषा देवी महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती होने के लिए पहुंची. खास बात यह है कि सर्जरी के दौरान उषा देवी की मौत होने की जानकारी चिकित्सकों की तरफ से परिवार को कुछ समय बाद दे दी गई. इसके बाद परिजनों को जब उषा देवी का शव दिया गया तो परिवार हक्का बक्का रह गया. उषा देवी के शरीर पर लंबे चीरे के निशान मौजूद थे. यह देखते ही परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया. अस्पताल पर महिला के ऑर्गन से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया.
परिजनों का आरोप था कि जो महिला खुद अस्पताल ठीक-ठाक पहुंची थी उसके शरीर पर इतने लंबे चीरे लगाने का क्या मतलब? परिजनों ने अस्पताल पर किडनी निकाले जाने का आरोप लगाते हुए अस्पताल के बाहर धरना दिया. इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन का भी अपना एक तर्क है. प्रबंधन का कहना है कि महिला के पांव में सर्जरी होनी थी. इसके लिए शरीर से ही मांस निकाला जाना था. इसीलिए शरीर पर यह चीरे लगाए गए हैं. अस्पताल की तरफ से इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई है.
※特有の発音は日本語表現が難しい為、例えば「ぁ」と「ん」の中間音は「”ぁん”」と表記する。 この電子警笛は初代「トワイライトエクスプレス」の牽引機であるEF81形の汽笛を録音したものである。自社管理の車両に、電子警笛・補助警報のスイッチを切って空気笛のみを鳴らすことも可能(前述)。豊橋駅
– 平井信号場間でミュージックホーンや電子警笛を単独で扱うことは(誤用を除き)なく、作業中標識や列車見張員に警笛の使用を求められる場合は、空気笛が吹鳴するまで警笛ペダルを強く踏み込むのが正規の運転取扱いである。
ベトナムでは、公式な書き言葉として、20世紀に至るまで漢文が用いられてきた。総苞は釣鐘型の半球形で総苞の苞葉(5 – 6個)は花托を1層で取り囲んでいる。母音字はダイアクリティカルマーク付きのものを含めて12字存在するため、母音字と声調記号の組み合わせは72パターンとなる。 ファクトに採択され現在に至る。 ここで示した声調値は五度式であり、5が最も高く、1が最も低いことを表す。 6 thanh nặng タィンナン(重調[重声]) ̣ (ドット) 低降調+喉頭化 ˨˩ (˨˩ˀ) 21ʔ (21/211) trắc (仄) J 5 .
ベトナムのフランス植民地化後、公文書などで使用されるようになったことから普及し、1945年のベトナム独立時に、漢字・