यह देखना ऋषभ और इंडियन क्रिकेट फैंस के लिए बेहद दुखद है।

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बतौर ओपनर 11 गेंद खेलकर 9 रन और 17 गेंद खेलकर 9 रन…! ये है ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड कप के पहले दो प्रैक्टिस मैचों में पंत का प्रदर्शन। कोई महेंद्र सिंह धोनी थे, जिन्होंने रोहित शर्मा को मिडिल ऑर्डर बैटर से ओपनर बनाकर उनका करियर बचा लिया था। कोई हिटमैम हैं, जो पंत के साथ वही करना चाहते हैं। पर कप्तान भी किसी खिलाड़ी का साथ निभाए तो कब तक? सच कहा जाए तो ऋषभ अब हर उम्मीद को तोड़ने पर आमादा हैं। यह देखना ऋषभ और इंडियन क्रिकेट फैंस के लिए बेहद दुखद है।

इस साल भारत के लिए T-20 इंटरनेशनल मुकाबलों की बात करें तो ऋषभ पंत ने 14 पारियों में 24.9 की औसत से केवल 274 रन बनाए हैं। परेशानी सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती। भारत के लिए कुल मिलाकर 62 T-20 मुकाबले खेलने वाले पंत के बल्ले से शतक तो रहने ही दीजिए, सिर्फ 3 अर्धशतक आए हैं। इसके अलावा उन्होंने इस दौरान सिर्फ 9 बार 30 रन से ऊपर के स्कोर बनाए हैं। पंत का ओवरऑल T-20I करियर एवरेज भी केवल 24 है। अब आपको लग सकता है कि तेजी से खेलने के चक्कर में पंत विकेट गंवा देते होंगे तो आप गलत है जनाब! T-20 इंटरनेशनल में पंत का करियर स्ट्राइक रेट है 127…!

जिस वक्त पंत बल्ला पकड़ते हैं, उस वक्त टीम इंडिया ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की उम्मीद करती है। लेकिन ऋषभ हैं कि एक्सप्रेस ट्रेन की बजाय मालगाड़ी बन जाते हैं। पंत ने भारत के लिए T-20 क्रिकेट की 52 पारियों में 754 गेंदों का सामना किया है और केवल 961 रन बनाए हैं। यह बात अपने आप में चकित करती है कि भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में मैच विनिंग पारियां खेलने वाले पंत T-20 इंटरनेशनल में अब बोझ से लगने लगे हैं।

टीम मैनेजमेंट भी पंत को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं ले पा रहा क्योंकि उनमें आने वाले वक्त का कप्तान देखा जा रहा है। उम्र जरूर 25 वर्ष है लेकिन ऋषभ को समझना होगा कि भारतीय क्रिकेट में एक बार समय निकल गया तो फिर लौटकर नहीं आएगा। सचिन तेंदुलकर के खास दोस्त रहे विनोद कांबली को शुरू-शुरू में सचिन से भी ज्यादा प्रतिभाशाली माना जाता था। फिर तारीफों का नशा सर चढ़कर बोला और करियर बर्बाद…!

पंत को समझना होगा कि उनकी वजह से संजू सैमसन जैसे होनहार खिलाड़ी को भारतीय T-20 टीम में लंबे अरसे से मौका नहीं दिया जा रहा है। धोनी के बाद संजू पहले ऐसे भारतीय बल्लेबाज बने, जिन्होंने किसी वनडे सीरीज में बगैर आउट हुए सबसे ज्यादा 118 रन बना दिए। जिस बल्लेबाज को 3 पारियों में कगिसो रबाडा और एनरिक नॉर्त्या जैसे अफ्रीकन एक्सप्रेस स्पीड गेंदबाज आउट करने के लिए तरस गए, समझ लीजिए कि वह किस प्रचंड फॉर्म में खेल रहा है। ऐसे में ऋषभ अगर जल्दी फॉर्म में वापस नहीं लौटे तो उनके लिए T-20 टीम में खासकर अपनी जगह बचा पाना बेहद मुश्किल होगा।

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