कोटद्वार भाबर में कुछ दिन पूर्व दो पक्षों में हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल शीतलपुर निवासी युवक की मौत होने पर स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा किया। पुलिस की कार्यप्रणाली से आक्रोशित लोकमणिपुर के शीतलपुर और बग्गड़ क्षेत्र के लोगों ने हल्दूखाता तिराहे पर जाम लगा दिया।
कहा कि मामले में पुलिस ने मारपीट करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं। उन्होंने मारपीट करने वालों को गिरफ्तार करने और आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। चार घंटे बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को किसी तरह शांत कराया।
रविवार सुबह 8:00 बजे आक्रोशित लोग हल्दूखाता तिराहे पर एकत्र हुए और उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली के खिलाफ प्रदर्शन कर तिराहे पर जाम लगा दिया। पूर्व उप प्रधान पूजा देवी ने कहा कि 20 अक्तूबर की रात करीब दस बजे शीतलपुर निवासी गजेंद्र सिंह पुत्र मोहन सिंह को चार युवकों ने घर से मिलने के लिए बुलाया और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी।
मारपीट में गजेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गया था और स्थानीय लोगों ने घटना जानकारी इमरजेंसी नंबर 112 पर दी। सूचना मिलते ही कलालघाटी पुलिस चौकी के पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और 108 की मदद से घायल को कोटद्वार बेस अस्पताल पहुंचाया। गजेंद्र की गंभीर हालत को देखकर डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया था और रविवार को सुबह करीब साढ़े चार बजे उसकी मौत हो गई। लोगों ने आरोप लगाया कि घटना के बाद भी घायल युवक के परिजन कई बार चौकी में रिपोर्ट दर्ज करने गए लेकिन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन और जाम की सूचना मिलते ही कोटद्वार सीओ जीएल कोहली, सीओ विभव सैनी, कोतवाल विजय सिंह मय पुलिस फोर्स के मौके पर पहुंचे और लोगों का समझा बुझाकर जाम खोलने का प्रयास करने लगे। हंगामे की सूचना मिलते ही उप पुलिस अधीक्षक शेखर चंद्र सुयाल करीब 12:30 बजे मौके पर पहुंचे और उन्होंने लोगों को आरोपियों की गिरफ्तारी करने के साथ ही अन्य मांगों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। आश्वासन मिलने पर आक्रोशित लोगों ने जाम खोल दिया। इस दौरान गुलाब सिंह, मोहन लाल, देवेंद्र सिंह, खेम सिंह, सूरज सिंह, मुन्नी देवी, संतोषी देवी, चंद्रकला देवी और सुषमा देवी आदि लोग मौजूद थे।