पिथौरागढ़। जिले में बढ़ रहे पीलिया संक्रमण के मामलों की रोकथाम के लिए डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को खुले में मांस बेचने वालों पर कार्रवाई करने और पेयजल टैंकों से जांच के लिए सैंपल लेने के निर्देश दिए।
एसडीएम अनुराग आर्या ने बताया कि बाजार में बिक रहे निर्मल नीर के नमूने लिए गए हैं जिसमें कोलीफार्म की मात्रा पाई गई है। डीएम ने पानी की सप्लाई को बंद करने के निर्देश दिए।
नगरपालिका क्षेत्र में पीलिया के 23 केस हैं। पानी के टैंक के पास बना सीवर टैंक, पानी के टैंक की लंबे समय से सफाई नहीं होने और पानी में कोलीफॉर्म की अधिक मात्रा के कारण पीलिया रोगियों की संख्या बढ़ रही है। डीएम ने सीएमओ को पीलिया रोगियों के नाम, फोन नंबर सहित सूची तैयार करने, जांच के लिए आ रहे मरीजों का एक सप्ताह पूर्व का खान-पान और निवास स्थान के साथ ही मरीज ने किस प्रकार के पानी का उपयोग किया उसकी जानकारी लेने को कहा।
उन्होंने सीईओ को सभी स्कूलों, हॉस्टलों के पानी टैंकों की सफाई कराने, टैंक के पानी की जांच करने, एक सप्ताह के भीतर सभी स्कूलों, अस्पतालों में पानी के टैंकों की सफाई कर सूची प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने जल संस्थान के ईई को पेयजल टैंकों के पानी की जांच करने को कहा। कहा कि जिन टैंकों में दूषित पानी मिल रहा है उसकी सप्लाई बंद करें।
साथ ही पेयजल टैंकों और निजी कुओं के पानी के सैंपल की जांच कर पानी दूषित होने की स्थिति में इसका पानी पीने पर रोक लगाने के निर्देश दिए। ईओ को पेयजल स्रोतों, धारों आदि के निकट फ्लेक्सी के माध्यम से लोगों को पानी के उपयोग के प्रति जागरूक कर पानी को उबालकर पीने का संदेश देने को कहा।
खुले में मांस बेचने वालों का चालान कर दुकान सीज करने, मांस की गुणवत्ता की जांच करने और सार्वजनिक शौचालय के पास खुले में फल, सब्जी एवं अन्य खाद्य सामग्री विक्रेताओं के ठेलों को हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने सीवर टैंक और सोख्ता टैंक की सफाई करने के भी निर्देश दिए। बैठक में सीएमओ एचएस ह्यांकी, सीएमएस जेएस नबियाल, जल संस्थान के ईई सुरेश जोशी, ईओ राजदेव जायसी आदि मौजूद थे।