अंकिता कांड के बाद भी हौसले कम न हुए अनैतिक धंधेबाजों के
यह सचमुच चिंतनीय विषय है कि जिस इलाके में महज़ एक बरस पहले एक रिसोर्ट में एक बेटी के साथ जघन्य हरक़त की गई, उसी इलाके में एक रिसोर्ट में खुलेआम अनैतिक गतिविधियों को धड़ल्ले से चलाया जा रहा था। हालांकि पौड़ी की पुलिस कप्तान Shweta Choubey को जब इस बारे में इंटेलिजेंस इनपुट मिले तो उन्होंने कोटद्वार व श्रीनगर के एएसपी/सीओ के नेतृत्व में टीम गठित कर करीब ढाई दर्जन पुरुष और महिलाओं को हिरासत में लेने में कामयाबी अवश्य पाई। अब देखना है कि हिरासत में लिए गए लोगों में कहीं इस बार भी कोई ऊंची पंहुच वाला बिगड़ैल बेटा या कुलक्षिणी बेटी शामिल न हो।
इस खुलासे से यह तो साफ हो गया है कि टूरिज्म के नाम पर खुले रिसोर्ट/स्पा आदि विशुद्ध रूप से अनैतिक गतिविधियों के अड्डे बन चुके हैं, किन्तु अभागी अंकिता की मौत जिस इलाके में हुई वहीं इस तरह की गतिविधियों के बेपर्दा होने से साफ हो गया है कि कहीं न कहीं से इन अनैतिक धंधेबाजों को सत्ता अथवा सियासी संरक्षण अवश्य प्राप्त है, अंकिता हत्याकांड के खुलासे में हो रही देरी पर यदि लोग सवाल उठाएं तो उन सवालों को ऐसी परिस्थितियों में खारिज़ नहीं किया जा सकता। उम्मीद है आज डाली गई रेड के लिए पुलिस की पीठ थपथपाई जाएगी, या फिर उल्टे….!
दरअसल अब ऐतबार कम हो रहा सत्ता प्रतिष्ठानों पर,,,,पूर्ण विराम।
चित्र: जैसा कि सोशल मीडिया से प्राप्त