- पर्वतीय नाट्य मंच की अगली प्रस्तुति “सत्यवान-सावित्री”
कहानी सनातन धर्म सतयुग की एक नारी की कहानी पर आधारित है, पूर्व कालखंड की समय गणना में, चार युग माने गये हैं!
प्रथम सतयुग, द्वितीय युग त्रेता युग, और उसके बाद त्रेता युग में द्वापर, और अंत में चतुर्थ युग को कलयुग , इन युगों में भारत माता की इस यशोभूमि पर चार महाशक्ति कन्याओं को जन्म हवा, सतयुग में सावित्री, त्रेता युग में सीता , द्वापर युग में द्रोपती और कलयुग में कालिका का जन्म हुआ
सत्यवान सावित्री की कहानी, पटकथा और संवाद पुराणों में अध्ययन करने के उपरांत लिखा गया है, जिसे समाज और पटकथा के लेखन कार्य को कई सुपरहिट गढ़वाली फीचर फिल्मों के लेखक माधो सिंह भंडारी, जीतू बगड़वाल, मेरी गंगा होली चाँदी घाट आली के लेखक विशाल मणि नैथानी जी के द्वारा सत्यवान सावित्री की जीवन गाथा पर नित्य नाटिका और गीतों को लिखा गया है, गढ़वाली फिल्म निर्देशक बलदेव राणा ने अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए अपने दर्शकों को यह संदेश दिया है और आगे बताया है कि सत्यवान सावित्री नृत्य नाटिका के गानों पर संगीत का कार्य चल रहा है जो बहुत जल्द पूर्ण हो जाएगा और ऐतिहासिक गाथा अमर शहीद श्रीदेव सुमन एवं वीरभड़ माधोसिंह भण्डारी नाटिका के बाद अब सत्यवान सावित्री कि जीवनगाथा पर नाटिका 2024 में आपके समक्ष प्रस्तुत होगी।
और अपने दर्शकों को भरोसा दिलाया है कि सत्यवान सावित्री नृत्य नाटिका बहुत जल्द तैयार होकर आप लोगों के बीच में होगी और आप सभी को पसंद भी आएगीआएगी!