बारिश बड़ी मुसीबत ला रही है। जोरदार वर्षा से मसूरी में एक मंदिर का पुस्तक खो गया है, और इसके परिणामस्वरूप मॉल रोड पर मलबे बन गए हैं। इसके अलावा, गढ़वाल में भी कई सड़कें बंद होने से सारी गतिविधियाँ रुक गई हैं।
मसूरी में भारी बारिश से भूस्खलन हुआ, जिसके कारण कोतवाली परिसर में स्थित मंदिर, सात रिक्शे, दो बाइकों को नुकसान पहुंचा। मॉल रोड की दीवार पर बने भगवान बद्रीनाथ के भित्तिचित्र भी टूटकर गिर गए।
मलबे की चपेट में पुलिस कर्मियों के निजी वाहनों में से एक मोटर साइकिल भी फंस गई। कोतवाल अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि मंदिर के पुश्ता गिरने से साथ ही मंदिर भी ध्वस्त हो गया। उन्होंने बताया कि जेसीबी ने मलबे को मॉल रोड से साइड ले जाकर यातायात के लिए सड़क खोल दी।
बारिश से देवाल में दो सड़कें बंद हो गई। देवाल- लोहजंग पिलखड़ा में और देवाल -खेता सुयालकोट में मलबा आने से सड़क बंद है।
श्रीनगर में सुबह पांच बजे से हुई झमाझम बारिश ने बढ़ती उमस से राहत दी। वहीं अलकनंदा नदी का स्तर चेतावनी स्तर से एक मीटर नीचे है।
चमोली जिले में सूना और थराली के ग्रामीणों ने प्रणमति नदी पर बनाई गई अस्थाई पुलिया फिर से बहा दी। बेली ब्रिज के लिए बनाए गए एक तरफ का एंबेडमेंट भी क्षतिग्रस्त हो गया। सूना, थराली, देवल, ग्वाड़, और सहित पांच गांवों के ग्रामीणों की आवाजाही फिर से रुक गई। इस कारण से बच्चे स्कूल नहीं जा पाए और व्यापारी अपने प्रतिष्ठानों तक नहीं पहुंच पाए।