केदारनाथ धाम और पैदल मार्ग पर आपदा: बचाव कार्य जारी

आपदा उत्तराखंड केदारनाथ

केदारनाथ धाम और वहां के पैदल मार्ग पर आई आपदा के बीच बचाव कार्य जारी है। लोग अपने परिवारजनों को ढूंढने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन स्थिति बेहद चिंताजनक है। कई यात्री घायल हो गए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। बचाव अभियान का आज दूसरा दिन है, और इस दौरान हेलिकॉप्टर से 480 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि 1500 यात्रियों को पैदल मार्ग से बाहर लाया गया है। केदारनाथ में बादल फटने की सूचना मिलने पर लोग अपने रिश्तेदारों की चिंता में घिर गए हैं। नेटवर्क की समस्या के कारण फोन संपर्क नहीं हो पाने से उनकी चिंता और बढ़ गई है।

पल-पल बढ़ रही बेचैनी

परिजनों की सुरक्षा को लेकर उठ रहे सवाल उनकी चिंता को और बढ़ा रहे हैं। इसी वजह से कई लोग अपने रिश्तेदारों को खोजने के लिए निकल पड़े हैं। राहत और बचाव कार्य की खबरें कुछ सुकून देने वाली हैं, लेकिन कुछ तस्वीरों ने चिंता को और बढ़ा दिया है। इस स्थिति में परिजनों की सुविधा के लिए पुलिस ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।

रुद्रप्रयाग पुलिस ने कंट्रोल रूम के लिए हेल्पलाइन नंबर 7579257572 और पुलिस कार्यालय के लैंडलाइन नंबर 01364-233387 जारी किए हैं। यदि ये नंबर व्यस्त हों, तो आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल करके आवश्यक जानकारी प्राप्त की जा सकती है।

सीएम धामी ने प्रदेश के आपदाग्रस्त क्षेत्रों में भारतीय वायु सेना द्वारा एचएडीआर (ह्यूमैनिटेरियन असिस्टेंट एंड डिजास्टर रिलीफ) ऑपरेशन शुरू करने पर प्रधानमंत्री और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार व्यक्त किया।

भारतीय वायु सेना ने चिनूक और Mi-17 V5 हेलिकॉप्टरों को गौचर में तैनात किया है, जिससे आपदाग्रस्त क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई है। सीएम ने बताया कि जवान युद्धस्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे हैं और अब तक 5000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।

केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सीएम धामी से फोन पर बात कर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आई आपदा की जानकारी ली। उन्होंने प्रदेशवासियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया, पूरे प्रदेश में मौसम ठीक है, कहीं भी भारी बारिश नहीं हो रही है। आज और कल उत्तरकाशी में हल्की बारिश हो सकती है।

गौरीकुंड और केदारनाथ के बीच यातायात प्रभावित हुआ है, बाकी सभी रास्ते खुले हैं। केदारनाथ में सभी लोग सुरक्षित हैं।

लिनचोली और भीमबली में करीब 500 लोग हैं, जिन्हें निकालने का काम जारी है। चार हेलिकॉप्टर रेस्क्यू में लगे हैं।

आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि आज भारत सरकार से एक MI-17 और एक चिनूक हेलिकॉप्टर प्राप्त हुआ है। MI-17 हेलिकॉप्टर ने केदारनाथ से 15 लोगों को निकाल लिया, लेकिन बादलों के कारण हेलिकॉप्टर का बचाव अभियान बाधित हो गया।

सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि हमारा प्रयास है कि बादल छंटने पर आज ही लोगों को निकाला जाए। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ जिला प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केदारनाथ मार्ग पर किसी के दबे होने की सूचना नहीं है और लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।

भाजपा कार्यकर्ताओं को भी आपदा प्रभावितों की मदद करने के निर्देश दिए गए हैं। दस प्रदेश अध्यक्षों ने पार्टी पदाधिकारियों को शासन-प्रशासन के समन्वय से राहत पहुंचाने को कहा है। वहीं राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेस ने केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा रोकी और पार्टी नेता और कार्यकर्ता आपदा प्रभावितों की मदद में जुट गए।

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