उत्तराखंड में भारी बारिश से कई जगहों पर गंभीर नुकसान हुआ है। सड़कों के क्षतिग्रस्त होने के कारण आवाजाही में परेशानी हो रही है। उत्तरकाशी के संग्राली मोटर मार्ग पर कई जगहों पर सड़कों के टूटने से आईटीबीपी और गांव के बच्चों को जिला मुख्यालय में स्कूल जाने में कठिनाई हो रही है।
इसके अलावा, आईटीबीपी कैंप की सप्लाई भी बाधित हो गई है। यदि मार्ग समय पर नहीं खोला गया, तो आईटीबीपी के जवानों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। वहीं, जौनसार बावर की मुख्य सड़क पिछले 16 घंटे से बंद है।
जौनसार बावर की मुख्य सड़क, कालसी-चकराता मोटर मार्ग, पिछले 16 घंटे से बंद है। मंगलवार शाम छह बजे बारिश के दौरान ककाड़ी खड्ड के पास सड़क पर भारी मलबा और बड़े-बड़े पत्थर गिर गए थे। लोक निर्माण विभाग ने मलबा और पत्थर हटाने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग किया, लेकिन अंधेरा होने और लगातार मलबा गिरने के कारण सड़क को खोला नहीं जा सका।
बुधवार सुबह फिर से जेसीबी मशीनों से मलबा साफ करने का काम शुरू किया गया। मलबा हटाने का कार्य अब भी चल रहा है।
विकासनगर और देहरादून की ओर जाने वाले कई वाहन रास्ते में फंसे हुए हैं।
इनमें से अधिकांश कृषि उपज लेकर मंडी तक आने वाले वाहन हैं।
कर्णप्रयाग -ग्वालदम नेशनल हाईवे भी नलगांव के पास पहाड़ी से मलबा और पेड़ आने के कारण यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है।
बता दें, मंगलवार को उत्तरकाशी शहर में करीब तीन से चार घंटे से लगातार मूसलाधार हुई। जिसके चलते गंगोत्री हाईवे जगह-जगह तालाब में तब्दील हो गया है।
वहीं, ज्ञानसू क्षेत्र में पाडुली गाड़ सहित ज्ञानसू और मैणा गाड़ उफान पर आ गए हैं।