उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से केदारनाथ सोना प्रकरण की जांच को लेकर सवाल किया। उन्होंने इस पूरे प्रकरण में मंदिर समिति और दानदाता की आपसी मिलीभगत का भी आरोप लगाया। दानादाता को ही पूरे मामले में असल लाभार्थी बताते हुए जांच लटकाने पर भी उन्होंने सवाल उठाए है। गणेश गोदियाल ने कहा कि एक साल से जांच चल रही है, लेकिन उसकी रिपोर्ट कहां, उस पर कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज कह रहे हैं कि जांच शासन में है। गोदियाल ने कहा कि महाराज बताए कि मंत्री से बड़ा कौन सा शासन होता है।
क्योंकि मंत्री ही असल शासन होता है। ऐसे में मंत्री को कैसे पूरे मामले की जानकारी नहीं है। साफ है कि पूरे मामले को छुपाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीकेटीसी अध्यक्ष ने खुद दावा किया था कि केदारनाथ में सोना आ रहा है। उसकी सुरक्षा की भी मांग की थी। बाद में बीकेटीसी की ओर से गुमराह करने को कहा गया कि 23 हजार ग्राम सोना है। सोना एक सप्ताह में कैसे तांबा, पीतल में बदल गया, इसका कोई जवाब नहीं है। सबसे पहले इसकी जानकारी मंदिर समिति को ही मिली। इन तमाम उठे विवादों पर पर्यटन मंत्री ने जांच का दावा किया था, ये जांच आज एक साल भी सार्वजनिक नहीं की जा रही है।