15 अक्टूबर को सेलाकुई की पुरबिया बस्ती की रहने वाली माया देवी (60) को हाथ की हड्डी टूटने के कारण इलाज के लिए झाझरा के सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया। परिजनों ने बताया कि वह घर में गिर गई थीं, जिससे उनके हाथ की हड्डी टूट गई।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र के झाझरा स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के बाद तबीयत बिगड़ने से एक महिला की मृत्यु हो गई। इस घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों ने अस्पताल में हंगामा किया। पुलिस ने किसी तरह से ग्रामीणों को शांत कराया। ग्रामीणों का आरोप है कि महिला की मौत चिकित्सकों की लापरवाही के कारण हुई है।
सूत्रों के अनुसार, 15 अक्टूबर को सेलाकुई की पुरबिया बस्ती की निवासी माया देवी (60) को हाथ की हड्डी टूटने के बाद झाझरा के सुभारती अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। परिजनों का कहना है कि वह घर में गिरने से घायल हो गई थीं। जांच में पता चला कि माया देवी का रक्तचाप अधिक था। डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि उनका ऑपरेशन होना है, लेकिन पहले रक्तचाप सामान्य होने का इंतजार किया जाएगा, उसके बाद ही ऑपरेशन किया जाएगा।
सोमवार सुबह 10:30 बजे माया देवी के हाथ का ऑपरेशन किया गया, जो दोपहर लगभग 12:30 बजे सफलतापूर्वक पूरा हो गया। लेकिन शाम होते-होते उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। शाम 5:30 बजे उन्हें पहला हृदयघात हुआ और करीब 6:30 बजे दूसरा हृदयघात आ गया। अंततः शाम 7:15 बजे माया देवी का निधन हो गया। उनके परिजन शव को घर लेकर चले गए।
महिला की मृत्यु की खबर मिलते ही चार दर्जन से अधिक ग्रामीण अस्पताल पहुंच गए। ग्रामीणों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया। इस दौरान चिकित्सकों और ग्रामीणों के बीच तीखी बहस भी हुई। प्रेमनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और किसी तरह स्थिति को नियंत्रित कर ग्रामीणों को शांत कराया।
सुभारती अस्पताल के मार्केटिंग और प्रचार प्रमुख प्रशांत कुमार भटनागर ने बताया कि महिला पहले से ही उच्च रक्तचाप की मरीज थीं। परिजनों को ऑपरेशन के दौरान संभावित जोखिमों के बारे में अवगत कराया गया था। ऑपरेशन के बाद महिला की स्थिति सामान्य थी, लेकिन शाम के समय उनका रक्तचाप अचानक बढ़ गया। दो बार लगातार हृदयघात होने के कारण महिला की मृत्यु हो गई। प्रेमनगर थाना पुलिस ने कहा है कि शिकायत मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।