वनंतरा प्रकरण में बड़ी अपडेट सामने आई है। युवती की हत्या करने वाले तीनों आरोपितों का नार्को टेस्ट होगा। इस बात का खुलासा एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरुगेशन ने किया है। टेस्ट के लिए पुलिस जल्द कोर्ट में प्रार्थना पत्र जारी करेगी।
वहीं रिसॉर्ट में कार्यरत युवती की हत्या के मामले में एसआइटी 10 दिन के अंदर आरोपितों के विरुद्ध कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल कर सकती है।
पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एडीजी ने बताया कि 10 दिन के अंदर-अंदर चार्जशीट जारी कर दी जाएगी। हत्या, साक्ष्य मिटाने, आपराधिक षड्यंत्र, अनैतिक कार्य के लिए दबाव डालने के तहत चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
घटना वाले दिन वीआइपी रूम में नहीं ठहरा था कोई
रिसॉर्ट में वीआईपी के मामले में एडीजी ने दोहराया कि वहां पर वीआइपी रूम है। उसमें ठहरने वालों को ही वीआइपी कहा जाता है। घटना वाले दिन उस कमरे में कोई नहीं ठहरा था। घटना के पहले व बाद कमरे में जो भी ठहरा था उनसे पूछताछ कर ली गई है।
सूत्रों की मानें तो इस मामले में एसआइटी ने काफी इलेक्ट्रानिक व फोरेंसिक साक्ष्य जुटा लिए हैं। हालांकि, चंडीगढ़ लैब भेजे गए साक्ष्यों में से एक-दो की रिपोर्ट अब तक एसआइटी को नहीं मिल पाई हैं। आरोप पत्र दाखिल करने के लिए एसआइटी इन्हीं रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
प्रदर्शनकारी सीएम आवास तक पहुंचने के मामले में दो इंस्पेक्टर व एक दारोगा लाइन हाजिर
वहीं मामले की सीबीआइ जांच की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों के मुख्यमंत्री आवास तक पहुंचने के मामले में एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने दो कोतवाल और एक दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
तीनों के खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। इसके अलावा प्रदर्शनकारी सीएम आवास तक न पहुंच पाए इसके लिए पुलिस विभाग की ओर से आसपास दो बैरियर बढ़ा दिए गए हैं, जहां पुलिस कर्मचारी तैनात रहेंगे। वही हाथीबड़कला के निकट लगाई धारा 144 को सीएम आवास के बाहर भी लागू कर दिया गया है।
चीला नहर में धक्का देकर कर दी गई थी युवती की हत्या
पौड़ी की रहने वाली युवती की हत्या 18 सितंबर को ऋषिकेश स्थित चीला नहर में धक्का देकर कर दी गई थी। उसका शव 24 सितंबर को नहर से बरामद किया गया था। युवती की हत्या के आरोप में पौड़ी जिले के यमकेश्वर विकासखंड में स्थित रिसॉर्ट के मालिक पुलकित आर्या और उसके दो साथियों सौरभ भास्कर व अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया गया था।
तीनों आरोपित जेल में बंद हैं। मामले में तत्कालीन जिलाधिकारी ने युवती की गुमशुदगी दर्ज करने में देरी के लिए क्षेत्र के पटवारी को निलंबित कर दिया था। घटना के करीब ढाई माह बाद भी कई पहलू अनसुलझे हैं, जिनको सुलझाने के लिए लगातार आरोपितों के नार्को टेस्ट की बात उठ रही है। इसके अलावा मृतक युवती और आरोपित पुलकित आर्या का मोबाइल भी एसआइटी बरामद नहीं कर पाई है।
रिसॉर्ट में आने वाले वीआइपी के नाम पर भी रहस्य बरकरार है। जांच में सामने आया है कि युवती पर रिसॉर्ट में आने वाले एक वीआइपी को स्पेशल सर्विस देने का दबाव बनाया गया था। इस बारे में युवती ने अपने जम्मू निवासी दोस्त को वाट्सएप चैट में बताया था।