मीटिंग में सबके सामने पुष्कर धामी ने डांट लगाई, जानिए तेज तर्रार IAS दीपक रावत कौन है

उत्तराखंड सोशल मीडिया वायरल

देहरादून: कुछ दिनों पहले एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी एक आईएएस को फटकार लगाते हुए दिखाई दे रहे थे। ये कोई और नहीं तेज तर्रार आईएएस अफसरों में गिने जाने वाले और कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत थे। सीएम धामी के तेवर देख दीपक जी, जी करते हुए दिखाई दिए थे। आइए जानते हैं आईएएस दीपक रावत के बारे में…

मसूरी में 1977 को जन्म हुआ

उत्तराखंड के मसूरी में दीपक रावत का जन्म 24 सितंबर 1977 को हुआ था। मसूरी के ही सेंट जॉर्ज्स कॉलेज से स्कूली पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के हंसराज कॉलेज से इतिहास में बीए कंप्लीट किया। दिल्ली के ही जेएनयू से इतिहास में एमए और एन्शियंट हिस्ट्री में एमफिल किया।

 

पढ़ाई के दौरान शुरू की यूपीएससी की तैयारी

दीपक रावत जब सीनियर सेकेंडरी में थे, तब वह आर्मी और इंजीनियर बनना चाहते थे, लेकिन दीपक दोनों के लिए खुद को अनफिट मानते थे। दीपक रावत के मसूरी घर में पड़ोस में ही आईपीएस अनिल कुमार रतूरी रहते थे। दीपक को उन्हीं से यूपीएससी परीक्षा की जानकारी हुई। दीपक रावत 12वीं आर्ट स्ट्रीम से पढ़ना चाहते थे, लेकिन परिवार के कारण साइंस स्ट्रीम से पढ़ाई की। दिल्ली में पढ़ाई के दौरान दीपक रावत ने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की। इसके अलावा उन्होंने बैकअप के लिए ऑप्शन में पत्रकारिता को रखा। 24 साल के होते ही उनके पिता ने उनकी पॉकेट मनी बंद कर दी थी। जेआरएफ परीक्षा क्लियर करने पर दीपक ने आठ हजार रुपये प्रतिमाह पर अपनी पहली नौकरी शुरू की।

तीसरी बार मिली थी सफलता

दीपक रावत को यूपीएससी परीक्षा में तीसरे अटेंप्ट में सफलता मिली। उन्होंने 2007 में 12वीं रैंक के साथ आईएएस अफसर बन गए। दीपक रावत इस समय कुमाऊं में डिविजनल कमिश्नर हैं। यूट्यूब पर दीपक के 40 लाख से ज्यादा फालोअर्स हैं और 46 हजार से ज्यादा लोग ट्विटर पर उनको फॉलो करते हैं। इसके अलावा वह सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। आईएएस दीपक की पत्नी का नाम विजेता है और वह पेशे से वकील हैं। दोनों की मुलाकात हंसराज कॉलेज में पढ़ाई के दौरान हुई थी। इनकी बेटी का नाम दिरीशा और बेटे का नाम दिव्यांश है।

 

इन जिलों में डीएम के पद पर रहे तैनात

2011 से 2012 तक दीपक रावत बागेश्वर के जिलाधिकारी रहे। 2014 से 2017 तक जिलाधिकारी नैनीताल में भी तैनात रहे। 2017 से हरिद्वार में जिलाधिकारी के रूप में कार्य किया। यहां दीपक रावत को कुंभ मेला अधिकारी का प्रभार भी दिया गया था। 2021 में एमडी-पीटीसीयूएल, एमडी-यूपीसीएल और निदेशक उत्तराखंड नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (UREDA) के रूप में काम किया।

 

Dehradun: A few days ago, a video went viral on social media, in which Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami was seen reprimanding an IAS. This was none other than Kumaon Commissioner Deepak Rawat, who was counted among the sharpest IAS officers. Seeing CM Dhami’s attitude, Deepak ji was seen saying ‘ji’. Let’s know about IAS Deepak Rawat…

Born in 1977 in Mussoorie

Deepak Rawat was born on 24 September 1977 in Mussoorie, Uttarakhand. He did his schooling from St. George’s College, Mussoorie. After this he completed BA in History from Hansraj College, Delhi. Did MA in History and MPhil in Ancient History from JNU, Delhi.

Started preparation for UPSC during studies

When Deepak Rawat was in senior secondary, he wanted to become an army man and an engineer, but Deepak considered himself unfit for both. IPS Anil Kumar Raturi lived in the neighborhood of Deepak Rawat’s Mussoorie house. Deepak got information about UPSC exam from him only. Deepak Rawat wanted to study from 12th Arts stream, but due to family reasons he studied from Science stream. While studying in Delhi, Deepak Rawat started preparing for UPSC exam. Apart from this, he kept journalism in the option for backup. As soon as he turned 24, his father stopped his pocket money. After clearing the JRF exam, Deepak started his first job at a salary of Rs 8,000 per month.

 

Success was achieved for the third time

 

Deepak Rawat got success in the UPSC exam in his third attempt. He became an IAS officer in 2007 with 12th rank. Deepak Rawat is currently the Divisional Commissioner in Kumaon. Deepak has more than 40 lakh followers on YouTube and more than 46 thousand people follow him on Twitter. Apart from this, he is very active on social media. IAS Deepak’s wife’s name is Vijeta and she is a lawyer by profession. Both of them met while studying in Hansraj College. Their daughter’s name is Dirisha and son’s name is Divyansh.

Posted on the post of DM in these districts

From 2011 to 2012, Deepak Rawat was the District Magistrate of Bageshwar. From 2014 to 2017, the District Magistrate was also posted in Nainital. Worked as District Magistrate in Haridwar since 2017. Here Deepak Rawat was also given the charge of Kumbh Mela Officer. Worked as MD-PTCUL, MD-UPCL and Director Uttarakhand Renewable Energy Development Agency (UREDA) in 2021.

Credit by NBT

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