(Scheme after scheme to save laborers, questions started arising:) मजदूरों को बचाने के लिए योजना दर योजना, उठने लगे प्रश्न:सरकार ने सिलक्यारा की सुरंग (Silkyra Tunnel) में फंसे चालिस मजदूरों को बचाने के लिए एक योजना बनाई, लेकिन पांचवें दिन तक मजदूर सुरक्षित जगह पर नहीं आ पाए। ऑपरेशन सिलक्यारा को लेकर अब कांग्रेस भी चिंतित है। कांग्रेस का आरोप है कि इस पूरे मामले में बहुत कमी थी।
पाइप रोका:
सिलक्यारा सुरंग में मलबे में ड्रिल कर रहे पाइप को किसी कठोर वस्तु ने रोक दिया है। आधा चौथा पाइप जाकर रुक गया है। अभी तक 21 मीटर की ड्रिलिंग हुई है। तीन पाइप पूरे हो गए हैं, जबकि चौथा सिर्फ आधा गया है। अमेरिकी ऑगर मशीन (American Auger Machine) से 900 एमएम व्यास के दस से बारह पाइप डाले जाते हैं।
जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) सिलक्यारा पहुंचे, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों के साथ। उन्हें निर्माणाधीन सुरंग और रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी एनएचआईडीसीएल के निदेशक अंशु मनीष खल्को (Director Anshu Manish Khalko) और रेस्क्यू ऑपरेशन के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल (Director Anshu Manish Khalko) ने दी। साथ ही, वे सुरंग के अंदर गए और भूस्खलन की जगह को देखा। इस दौरान वीके सिंह ने कहा कि सुरंग में फंसे लोगों को जल्द से जल्द बाहर निकालना सबसे महत्वपूर्ण है। (Prime Minister, Chief Minister and Union Road Transport Minister all) प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री सब मिलकर इसके लिए काम कर रहे हैं। मलबा गिर रहा था जब बचाव शुरू हुआ, उन्होंने कहा। इसलिए यहां मशीन से ड्रिलिंग कर लोगों को बचाने का फैसला किया
लेकिन पुरानी मशीन में कुछ समस्याएं आईं। पुरानी मशीन से अधिक शक्ति और स्पीड वाली नई मशीन अब लगाई गई है। यह बचाव कार्य जल्द ही पूरा होना चाहिए।