शाम तक काम करने की उम्मीद
वर्तमान में उत्तरकाशी सुरंग बचाव पर पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने कहा कि स्थिति पूरी तरह से सुरक्षित है। हमें कल रात दो कामों पर काम करना था। पहले हमने मशीन के प्लेटफॉर्म को फिर से बनाया और फिर पाइप पर थोड़ा दबाव काटने का काम किया। यह पूरा होने के बाद हम ऑगर ड्रिलिंग शुरू कर रहे हैं। Parsons Company ने ग्राउंड पेनेट्रेशन रडार से किया गया अध्ययन ने बताया कि अगले पांच मीटर तक कोई धातु अवरोध नहीं है। इसलिए, अगर ड्रिल मशीन ठीक काम करती है, तो वह पाइप सुरंग में फंसे कर्मचारियों के बहुत करीब हो जाएगा। इस हिसाब से अगर ड्रिल मशीन ठीक चली तो पाइप सुरंग में फंसे मजदूरों के बेहद करीब पहुंच जाएगा। शाम तक उनके बाहर आने की उम्मीद है।
लंबे इंतजार के बाद, ड्रिलिंग का काम आखिरकार शुरू हो गया है। आज एस्केप टनल बनाने का काम पूरा हो जाएगा अगर कोई बाधा नहीं आई।
चिकित्सकों की टीमों को अलर्ट मोड में रखा गया
साथ ही, उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में फंसे कर्मचारियों को निकाले जाने के बाद एम्स ने पूरी तरह से तैयारियां की हैं। एम्स प्रशासन का कहना है कि कर्मचारियों को एम्स में भर्ती करने से उन्हें बेहतर चिकित्सा सुविधा मिलेगी।
आज रेक्स्यू उड़ीसा से सामान लाएगा।
शुक्रवार को उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए एक मालगाड़ी उड़ीसा से ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पहुंचेगी. मालगाड़ी में बचाव के सामान होंगे। बुधवार को गुजराती वापी से दो ड्रिलिंग मशीन की मांग करने के बाद एक मालगाड़ी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पहुंची। मशीन यहां से चार ट्रकों से उत्तरकाशी भेजी गई। मालगाड़ी उड़ीसा से पहुंचने के बाद बचाव उपकरणों को उत्तरकाशी भेजा जाएगा। योगनगरी रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक जीएस परिहार ने बताया कि एक मालगाड़ी देर रात तक ऋषिकेश रेलवे स्टेशन पर पहुंच जाएगा।
केंद्रीय मंत्री जनरल (सेनि) वीके सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बृहस्पतिवार को सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में डेरा डाले। मुख्यमंत्री ने भी मातली, उत्तरकाशी के निकट, निरीक्षण के बाद केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के साथ टनल से पहले बनाए गए कार्यालय में निवास किया। खबर लिखे जाने तक दोनों नेता कर्मचारियों के स्वस्थ होने का इंतजार करते रहे।