तीन वर्षीय सूरज घर के बाहर आंगन में खेल रहा था जब गुलदार ने पीछे से हमला कर उठा लिया। आज सूरज का शव घर से दो सौ मीटर दूर झाड़ियों में पाया गया था।
शुक्रवार रात लगभग पौने नौ बजे तीन वर्षीय बच्चे को बिड़ला परिसर में श्रीनगर गढ़वाल विश्वविद्यालय के बॉयज हॉस्टल के निकट एक घर के आंगन से गुलदार मां के सामने ही उठाया गया था। शनिवार सुबह साढ़े छह बजे घर से 200 मीटर दूर झाड़ियों में उसका शव मिला।
शव को वन विभाग ने बेस अस्पताल की मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, डांग क्षेत्र से सटे सिंदरीगाड़ के पास एक झोपड-पट्टी पर रह रहे तीन वर्षीय सूरज पुत्र हरिद्वारी ने आंगन में खेलते हुए पीछे से हमला कर बच्चे को उठा लिया।
बच्चे के परिजनों ने बहुत शोर मचाया, लेकिन उसे नहीं पाया गया। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर आ गए। हरिद्वारी, जो मूल रूप से बरेली से था, लगभग तीन महीने से यहां किराये पर रह रहा था।
उसकी दो बेटियां और सबसे छोटा बालक सूरज हाल ही में अपने गांव ढढोली नवादा, उत्तर प्रदेश की तहसील फरीदपुर से श्रीनगर आए थे। बच्चे का पिता फेरी लगाकर दाल और लहसुन बेचता है। गुलदार के हमले से बच्चे की माँ भगवान देवी और परिवार का बुरा हाल है। वन विभाग के रेंजर ललित मोहन नेगी ने बताया कि क्षेत्र में चार ट्रेप कैमरे और दो पिंजरे लगाए गए हैं।