उत्तरकाशी के सहस्त्रताल ट्रैक पर गए सभी ट्रैकर्स स्वस्थ थे, लेकिन अचानक मौसम बदला और तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान शुरू हो गया। इस बीच घने कोहरे के साथ पहले से जमी बर्फ के बीच से निकलना मुश्किल हो गया। अत्यधिक ठंड से जैसे ही एक ट्रैकर की मौत हुई तो दहशत के कारण अन्य ने भी दम तोड़ दिया।
यह कहते हैं कि राजेश सहस्त्रताल ट्रैक पर 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल के साथ गया था। आप बीती सुनाते हुए राजेश ने बताया कि बीते तीन जून को दोपहर करीब 11:30 बजे से 12 बजे के बीच 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल ने करीब 14,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित सहस्त्रताल का आरोहण किया था।
दल ने सफल आरोहण के बाद वापसी में बेस कैंप से तीन किमी पहले परीताल के समीप पहुंचा, लेकिन वहां अचानक हालात बदल गए। ट्रैकर्स को अचानक तेज बारिश, आंधी और घने कोहरे के बीच पूर्व से बर्फ के बीच निकलना मुश्किल हो गया। जबकि प्रत्येक ट्रैकर स्वस्थ था।
वहाँ ठंड बहुत तेज थी और हालात भी खराब थे। इस बीच, अत्यधिक ठंड से एक ट्रैकर टूट गया। अन्य साथी उसे देखकर डर गए, और चार अन्य ट्रैकर भी इसी भय से मर गए।
किसी को कुछ समझ नहीं आया, अचानक स्थिति विपरीत हो गई थी। राजेश ने बताया कि घटना के बाद कि घटना के बाद वह करीब 18 किमी पैदल चलकर आया है और उसने ट्रैकिंग एजेंसी और एसोसिएशन को घटना की जानकारी दी।
बता दें कि इस हादसे में नौ ट्रैकरों ने जान गंवा दी। सूचना मिलने पर प्रशासन ने रेस्क्यू अभियान चलाकर 13 ट्रैकरों को सुरक्षित निकाल लिया। इनमें से 11 को एयरलिफ्ट किया गया था।