पुलिस ने कांवड़ यात्रियों के हंगामा की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची। कांवड़ यात्रियों को कुछ समझा-बुझाकर स्थिति शांत कर दी गई।
दिल्ली-हरिद्वार बाईपास पर एक ढाबा मालिक ने कांवड़ियों को लहसून-प्याज का भोजन दिया। इस बात पर कांवड़ यात्रियों ने बहुत हंगामा किया। मेज को उलट दिया और कुर्सियों को तोड़ डाला। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर आई। पुलिस ने कुछ भी करके मामला शांत कर दिया। कारीगर और ढाबा मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
मंगलौर कोतवाली पुलिस को बुधवार की सुबह पता चला कि हरिद्वार बाईपास पर कुछ कांवड़ यात्री एक ढाबे पर पहुंचे और कहा कि उनको बिना लहसून के प्याज खाना चाहिए। तब भी ढाबा मालिक और उसके कारीगर ने कांवड़ यात्रियों को लहसून और प्याज का भोजन दिया। यह पता चलने पर कांवड़ यात्रियों ने भारी शोर मचाया। ढाबे पर रखी कुर्सी मेज को पलटते हुए वे बहुत हंगामा करने लगे।
धार्मिक भावनाओं को आहत किया
इसी बीच ढाबा स्वामी ने भी अपने गांव से कुछ लोगों को बुला लिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने किसी तरह से मामले को शांत कराया और यहां पर अतिरिक्त पुलिस बल को बुला लिया। कांवड़ यात्रियों ने बताया कि उनकी धार्मिक भावनाओं को आहत किया गया है।
इसके बाद पुलिस ने ढाबा स्वामी गुलशेर निवासी ग्राम थिथौला, कारीगर राहुल, मुकेश रावत और अन्य कारीगरों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही कांवड़ यात्रियों को समझा बुझाकर गंतव्य के लिए रवाना कर दिया।