कुंभ के लिए फिलहाल 19 छोटे-बड़े अस्पतालों में कुल 2834 बेड की व्यवस्था है, लेकिन आवश्यकता इससे ज्यादा की महसूस की जा रही है।
हरिद्वार कुंभ 2027 के दौरान भीड़ प्रबंधन और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए व्यापक प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके तहत कुंभ क्षेत्र में 300 बेड का जिला अस्पताल, आठ बेस अस्पताल और 11 छोटे अस्पतालों के निर्माण की योजना है। भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती का भी प्रस्ताव रखा गया है।
वर्तमान में कुंभ के लिए 19 छोटे-बड़े अस्पतालों में 2834 बेड उपलब्ध हैं, जो अपेक्षित आवश्यकता से कम हैं। इसलिए लगभग 80 करोड़ रुपये की लागत से 300 बेड वाले नए जिला अस्पताल और एक ड्रग वेयरहाउस की स्थापना का प्रस्ताव किया गया है।
कुंभ में भीड़ नियंत्रण, यातायात व्यवस्था और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया गया है। योजना के अनुसार, मेले के दौरान कुल 9592 पुलिसकर्मियों की आवश्यकता होगी। वर्तमान में राज्य में 14090 पुलिसकर्मी हैं, जिनमें से 7045 की तैनाती कुंभ में की जाएगी, जबकि 2547 अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की जरूरत पड़ेगी।
इसके अलावा, सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए 268 इंटेलीजेंस कर्मी, नौ कंपनी पीएसी, जल पुलिस की 39 टीमें (20 कंपनी), अग्निशमन विभाग की 212 टीमें, सीएपीएफ की 110 कंपनियां और बीडीएस की 13 टीमें तैनात की जाएंगी।
अवसंरचना के लिहाज से कुंभ क्षेत्र में 36 पुलिस स्टेशन, 10 जीआरपी थाने और एक साइबर थाना स्थापित किया जाएगा। साथ ही 21 चौकियां, 36 फायर स्टेशन, 10 पुलिस लाइन और 32 सेक्टर बनाए जाएंगे। सचिव कुंभ मेला नितेश झा ने बताया कि केंद्र को भेजे गए प्रस्ताव में इन सभी आवश्यकताओं को शामिल किया गया है और केंद्र से अतिरिक्त सुरक्षा बल की मांग भी की गई है।