अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश देश के समस्त एम्स में पहला ऐसा केंद्र बनने जा रहा है, जहां से हेली एंबुलेंस सेवा संचालित होगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग के बाद एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने बताया कि 15 नवंबर तक एम्स ऋषिकेश को हेली एंबुलेंस उपलब्ध हो जाएगी और इसी माह संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
हेली एंबुलेंस सेवा का संचालन केंद्र और उत्तराखंड सरकार की 50-50 प्रतिशत की साझेदारी में होना है। अनुबंधित कंपनी एक महीने में 45 घायलों और मरीजों को निशुल्क हेली एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराएगी। हेली एंबुलेंस पूरे उत्तराखंड के साथ उत्तर प्रदेश के 100 किमी के दायरे में सेवा मुहैया कराएगा।
इसी महीने शुरू होगी हेली एंबुलेंस सेवा
उत्तराखंड के सुदूर क्षेत्र में ड्रोन से दवाएं उपलब्ध कराने का ट्रायल सफल कर चुके एम्स के सफर में शीघ्र एक और उपलब्धि जुड़ने जा रही है। अच्छी खबर यह है कि ऋषिकेश एम्स से हेली एंबुलेंस सेवा इसी माह शुरू हो जाएगी। एम्स ऋषिकेश को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से एक हेलीकाप्टर उपलब्ध कराया जाएगा।
All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) Rishikesh is going to become the first center among all the AIIMS in the country from where heli ambulance service will operate. After the meeting with officials of the Civil Aviation Ministry, AIIMS Executive Director Professor Meenu Singh said that by November 15, heli ambulance will be available to AIIMS Rishikesh and operations will start this month.
The heli ambulance service is to be operated in 50-50 percent partnership between the Center and the Uttarakhand government. The contracted company will provide free heli ambulance service to 45 injured and patients in a month. The heli ambulance will provide service within a 100 km radius of Uttar Pradesh along with entire Uttarakhand.
Heli ambulance service will start this month
Another achievement is soon going to be added to the journey of AIIMS, which has successfully conducted the trial of providing medicines through drones in remote areas of Uttarakhand. The good news is that heli ambulance service from Rishikesh AIIMS will start this month. A helicopter will be provided to AIIMS Rishikesh by the Ministry of Civil Aviation.
Credit by जागरण