मंगलवार रात भर सिलक्यारा सुरंग (Silkyara Tunnel) में फंसे कर्मचारियों को बचाने के लिए ड्रिलिंग का काम चला। ऑगर मशीन से छह 800 एमएम पाइप डाले गए हैं। 36 मीटर ड्रिलिंग हुई है। सातवां पाइप वेल्ड किया जा रहा है। ड्रिलिंग सकारात्मक है। सुरंग अब 21 से 22 मीटर की दूरी पर रह गई है। मजदूर लगभग 56 मीटर में हैं। ऐसे में आज का दिन बचाव कार्य के लिए महत्वपूर्ण है।
सुर्य ढलते ही कठिन बचाव ऑपरेशन में कई एजेंसी, पुलिस, आईटीबीपी जवान जुटे हुए हैं। तेज धूप के बीच दिन में तापमान सामान्य रहता है, लेकिन शाम को सूरज ढलते ही ठंडी हवाएं मुसीबत बन गई हैं। विभिन्न स्थानों पर अलाव जल रहे हैं। भयानक ठंड के बावजूद बचाव दल का उत्साह कम नहीं है।
भीतर की वीडियो पर आपत्ति, बढ़ी सख्ती ऑपरेशन सिलक्यारा के दौरान मंगलवार सुबह अचानक कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए। प्रशासन इस पर कठोर है। बाहर काम कर रहे लोगों के अलावा अधिकारियों और कर्मचारियों को भी फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी करने से मना किया गया है।
बचाव अभियान में इस्तेमाल की जाने वाली हर मशीन को चलाने से पहले पूजा की जाती है। मंगलवार को भी पूजा का दृश्य देखा गया।
उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 कर्मचारियों को निकालने का बचाव अभियान आज ग्यारहवें दिन भी जारी है। मंगलवार को सिलक्यारा सुरंग में फंसे कर्मचारियों की पहली तस्वीर आई। टीम ने पहले छह इंच का दूसरा खाद्य पाइप मजदूरों को दिया। उन्हें खाने के लिए खिचड़ी और मोबाइल चार्जर इसी पाइप से भेजे गए थे। मजदूर बृहस्पतिवार को बाहर जा सकते हैं अगर सब ठीक है।