PM मोदी ने वादा किया कि 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को 24 घंटे और सातों दिन काम के जरिये पूरा करेंगे, जो विकसित उत्तराखंड के बिना संभव नहीं होगा।
ऋषिकेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को यकीन दिलाया कि उनका वोट एक सुरक्षित और मजबूत सरकार के हाथों में है। उन्होंने सभी वर्गों के लिए अपनी सरकार की प्राथमिकताओं का उल्लेख किया, साथ ही देवभूमि से उनका संबंध और राज्य का विकास। इससे उन्होंने गढ़वाल मंडल के तीनों उम्मीदवारों की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने का प्रयास किया।
केंद्रीय सरकारों में मजबूत और कमजोर होने के अंतर को उन्होंने बताया। कहा कि कमजोर और अस्थिर सरकारों में आतंकी घटनाएं बढ़ती हैं और दुश्मन फायदा उठाते हैं। उन्हें लगता था कि मजबूत सरकार सुरक्षा की गारंटी है। उन्होंने महिला आरक्षण, तीन तलाक और अनुच्छेद 370 जैसे बड़े फैसलों के जरिये इसे समझाने की कोशिश की। उसने यह भी दिखाने की कोशिश की कि मोदी सरकार की आवाज फिर से बदरी-केदार धाम की जमीन तक फैली है। फिर मजबूत सरकार के लिए चुनाव में उनका समर्थन मांगा गया। साथ ही, उन्होंने वादा किया कि 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को 24 घंटे और सातों दिन काम के जरिये पूरा करना चाहते हैं, जो विकसित उत्तराखंड के बिना संभव नहीं है।
उन्हें पूर्व सैनिकों, महिलाओं और युवा लोगों से संपर्क करने का प्रयास किया, जो उत्तराखंड की चुनावी राजनीति पर प्रभाव डालते हैं। Mountain State में पूर्व सैनिकों को बड़ा वोट बैंक माना जाता है। PM ने यह दिखाने की कोशिश की कि कांग्रेस राज में ऐसा नहीं हो सकता था, जैसे वन रैंक वन पेंशन और सैनिकों की रक्षा करने वाली बुलेटप्रूफ जैकेट। वह शायद हरिद्वार से लेकर दूरदराज के गांवों तक लोगों को बताना चाहते थे कि उनकी सरकार लगातार सड़क, रेल और हवाई मार्गों को जोड़ने के लिए काम कर रही है।
उन्होंने दून-दिल्ली के बीच फासला सिमटने, चारधाम ऑलवेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना, यमुनोत्री, केदारनाथ और हेमकुंड साहिब में रोपवे परियोजना, मानसखंड गलियारा सहित कैलास व ओम पर्वत की अपनी यात्रा का जिक्र किया और इसके हेली सेवा से जुड़ने से पर्यटन क्षेत्र को मजबूत करने की संभावना बताई।
उन्हें आश्वस्त करना चाहा कि पर्यटन क्षेत्र, उत्तराखंड की आर्थिक वृद्धि के लिए, केंद्र सरकार का पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने खासतौर पर ऋषिकेश का योग, अध्यात्म और पर्यटन के लिए महत्व बताया। मोदी ने कांग्रेस को भाजपा के पारंपरिक हिंदुत्व के कार्यक्रम पर निशाना साधने से भी नहीं चूका। उन्हें पौड़ी गढ़वाल और टिहरी गढ़वाल के हिंदुओं की आस्था की प्रतीक मां धारी देवी और मां चंद्रबदनी का स्मरण हुआ। उन्हें सत्ता के बारे में एक विवादित बयान पर घिर चुकी कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह सत्ता को समाप्त करना चाहती है। उसने इन बातों के माध्यम से पार्टी के पांचों प्रत्याशियों को चुनाव में खड़े होने की गारंटी देने का भी प्रयास किया।
स्टार्ट अप योजना से उन्होंने युवा, महिला और गरीब-बुजुर्गों को एकजुट करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में एक हजार स्टार्ट अप पंजीकृत हैं, जिनमें से पाँच सौ का नेतृत्व बेटियां कर रही हैं। उन्होंने पहाड़ों में रहने वाली महिलाओं की दुःख भी बताई, जिनकी माताओं और बहनों का पूरा जीवन लकड़ी, पानी और पशुओं के चारे की व्यवस्था में बिताया जाता था। उन्हें इसे सरकार की मुफ्त सिलिंडर योजना से जोड़ा, जो महिलाओं को राहत देती है। साथ ही घर-घर नल पहुंचने से सुविधा हुई। उन्हें अगले पांच वर्षों तक मुफ्त चिकित्सा और राशन की पेशकश जारी रखने का वादा करते हुए गरीबों और कमजोर लोगों को आश्वस्त करने की कोशिश की। वह पुराने लोगों को भी नहीं भूले। जनसभा में उपस्थित लोगों से उन्होंने अपील की कि वे घर-घर जाकर अपने बुजुर्गों को राम-राम कहने के लिए प्रेरित करें।