जसपुर में खनन माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि चालक ने उपखनिज भरा ट्रक रोकने पर पुलिस टीम पर हमला किया। वाहन चालक ने भागाया, जिसके बाद पुलिस ने दस किलोमीटर तक पीछा किया। अंततः, बीच सड़क में बस खड़ी कर ट्रक को रोका जा सका।
जसपुर में हेड कांस्टेबल वीरेंद्र कुमार ने बताया कि चौकी से करीब 100 मीटर आगे रेहड़ की तरफ जाने पर बगल में गाड़ी लगाकर ट्रक को रोकने का इशारा किया, लेकिन वाहन चालक ने शीशा खोलकर पुलिसवालों को गालियां देने लगा। उसने कहा कि उसके पास रॉयल्टी नहीं है और माइनिंग वाले मेरे पीछे पड़े हैं। मेरी नासिर भाई व अपने गाड़ी मालिक से बात हो गई है। उन्होंने बोला है कि जो भी सामने आए उस पर गाड़ी चढ़ा देना, बाकी हम देख लेंगे। अगर सामने आए तो तुम्हारे ऊपर भी गाड़ी चढ़ाकर तुम्हारा खेल खत्म कर दिया जाएगा।
करीब 8 से 10 कमी तक पीछा करने के दौरान चालक ने पुलिस टीम पर ट्रक चढ़ाने का प्रयास किया। दूर तक पीछा करने के बाद पुलिसवालों ने रोडवेज बस को रोड पर रुकवाकर रास्ता रोका, लेकिन ड्राइवर ने ट्रक सड़क पर छोड़कर भाग लिया। उसका पीछा किया गया, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया।
जसपुर में खनन माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि चालक ने उपखनिज भरा ट्रक रोकने पर पुलिस टीम पर ही वाहन चढ़ाने का प्रयास किया। वैरियर तोड़कर भागे ट्रक को पकड़ने के लिए पुलिस ने दस किलोमीटर तक पीछा किया। आखिरकार, बीच में एक सड़क बस को रोककर ट्रक को रोकवाया जा सका। चालक ने इस दौरान ट्रक को छोड़कर फरार हो गया। यह घटना 12 जुलाई की रात को धर्मपुर चौकी क्षेत्र में हुई थी। हेड कांस्टेबल वीरेंद्र कुमार उस समय निगरानी ड्यूटी पर थे। उन्हें रात के 12:30 बजे कैलाश रिवर माइनिंग बैड एंड मिनरल्स कंपनी के कर्मचारी राजशेखर सहित उस ट्रक को छह-सात साथियों के साथ चौकी पर पहुंचते हुए देखा गया।
उन्होंने वीरेंद्र को बताया कि बिना रॉयल्टी के अवैध उपखनिज भरे ट्रक को रोकने का प्रयास किया तो चालक ने जान से मारने का प्रयास किया और ट्रक भाग लिया। जब वह इसी रास्ते में आ रहा था, तब वीरेंद्र कुमार ने चौकी के सामने दो स्लाइडिंग वैरियर खिसकाकर चालक को टॉर्च दिखाकर रुकने का संकेत दिया।