बीते मई माह में चिनूक हेलिकॉप्टर की मदद से दो थार वाहन केदारनाथ धाम पहुंचाए गए थे। इसके अलावा, आपदा के बाद के पुनर्निर्माण कार्यों के तहत, धाम में एक स्थान से दूसरे स्थान तक आवाजाही के लिए निम ने एटीवी भी भेजी थी।
केदारनाथ धाम में थार वाहनों की आपूर्ति के बाद अब जरूरतमंद और बुजुर्ग यात्रियों की सुविधा के लिए गोल्फ इलेक्ट्रिक कारों का संचालन शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में इलेक्ट्रिक कारें मंगवाई हैं।
शनिवार को गौचर हवाई पट्टी से वायुसेना के मालवाहक चिनूक हेलिकॉप्टर की मदद से एक इलेक्ट्रिक कार केदारनाथ धाम पहुंचाई गई। इस इको-फ्रेंडली कार का उपयोग बुजुर्ग और जरूरतमंद तीर्थयात्रियों को हेलिपैड से मंदिर तक आसानी से पहुंचाने के लिए किया जाएगा। हाल ही में, धाम में दो थार एसयूवी भी पहुंचाई गई थीं।
केदारनाथ धाम में डीजल से चलने वाली गाड़ियों के पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने चिंता जताई थी। इस प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने धाम में इको-फ्रेंडली कारें चलाने की योजना बनाई है। शनिवार को एक गोल्फ इलेक्ट्रिक कार धाम पहुंच गई, और मौसम के अनुकूल होते ही दूसरी कार भी वहां भेजी जाएगी।
एसडीएम रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल ने बताया कि शनिवार को डीजल और कंप्रेशर मशीन के साथ एक गोल्फ कार केदारनाथ धाम पहुंचाई गई है। अभी एक और कार भेजी जानी बाकी है।