छोटे भाई को तेंदुए से बचाने के लिए सिर पर डंडे मारकर छुड़ाया

उत्तराखंड

चोरपानी की सती कॉलोनी में बगीचे के पास मजदूरी करने वाला प्रदीप कुमार अपने परिवार के साथ झोपड़ी में रहता है। देर रात प्रदीप के आठ साल के बेटे पर तेंदुए ने हमला किया, लेकिन बड़े भाई देव ने साहस दिखाते हुए डंडे से तेंदुए पर वार किए और उसे जंगल की ओर भगा दिया।

“छोड़, छोड़ मेरे भाई को…” यह चिल्लाते हुए देव तेंदुए के सिर पर लगातार डंडे मारता रहा। अंततः देव की बहादुरी के आगे तेंदुआ मनीष को छोड़कर जंगल की ओर भागने पर मजबूर हो गया। यह साहसिक कार्य करने वाला देव सिर्फ 12 साल का है। यह घटना चोरपानी के पास सती कॉलोनी के बगीचे के किनारे की है। घायल मनीष को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसके पैर पर चार टांके लगाए गए और हाथों में भी चोटें आईं। घटना के बाद वन विभाग ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है।

मिली जानकारी के अनुसार, चोरपानी की सती कॉलोनी में बगीचे के किनारे मजदूरी करने वाला प्रदीप कुमार अपने परिवार के साथ झोपड़ी में रहता है। गुरुवार रात करीब नौ बजे प्रदीप और उसकी पत्नी बगीचे में घास काटने गए थे, जबकि उनके दोनों बेटे, मनीष (8) और देव कुमार (12), झोपड़ी में थे। रात करीब 9:30 बजे, देव ने बताया कि जब उसका छोटा भाई मनीष बाहर की लाइट जलाने निकला, तो झोपड़ी के पास चारपाई के नीचे बंधे उनके पालतू कुत्ते पर तेंदुए ने हमला कर उसे मार डाला।

कुत्ते की चीखें सुनकर मनीष तेंदुए को कुत्ते से अलग करने के लिए उसे खोलने की कोशिश कर रहा था। इस बीच, तेंदुए ने कुत्ते को छोड़कर मनीष के पैर में पंजे गड़ा दिए। मनीष की चीखें सुनकर देव बाहर आया और दृश्य देखकर पहले तो चकित रह गया, लेकिन फिर उसने खुद को संभालते हुए पास पड़े डंडे को उठाया। “छोड़, छोड़ मेरे भाई को…” चिल्लाते हुए, देव ने तेंदुए के सिर पर लगातार प्रहार किया। आखिरकार, तेंदुआ मनीष को छोड़कर बगीचे से होते हुए जंगल की ओर भाग गया।

तेंदुए के हमले में मनीष के हाथ और पैरों पर गहरे घाव हो गए। इसके अलावा, मनीष का पालतू कुत्ता भी इस हमले में मारा गया। सूचना मिलने पर परिवार के लोग मनीष को रामनगर के सरकारी अस्पताल ले गए, जहां उसके पैर पर चार टांके लगाए गए। इलाज के बाद मनीष को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। घटना के बाद, आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है।

तेंदुए के हमले में कुत्ते की मौत हो गई। कुत्ते को बचाने की कोशिश करते समय तेंदुए ने बच्चे पर हमला कर दिया। तेंदुए के आने के बाद इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

प्रकाश हर्बाेला, रेंजर, बिजरानी कॉर्बेट पार्क।

कमलवागांजा कब्डाल में खाली प्लाट में पहुंचा तेंदुआ

हल्द्वानी के कमलवागांजा कब्डाल क्षेत्र में बृहस्पतिवार शाम को एक खाली प्लॉट में तेंदुआ घुस आया, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। तेंदुए की उपस्थिति की जानकारी मिलते ही लोग अपने घरों से बाहर आ गए और शोर मचाने लगे। शोर सुनकर तेंदुआ भाग गया। अब लोग वन विभाग से गश्त बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार, कमलवागांजा कब्डाल स्थित नीलकंठ विहार कॉलोनी के मनोज जंगपांगी ने बताया कि बृहस्पतिवार की शाम 6:30 बजे कुछ लोगों ने कॉलोनी के एक खाली प्लॉट में तेंदुआ और उसके दो शावकों को देखा। शोर मचाने पर कॉलोनी के अन्य निवासी भी बाहर आ गए। शोर सुनकर तेंदुआ अपने शावकों के साथ प्लॉट की झाड़ियों में छिप गया।

सूचना मिलने पर रात नौ बजे वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और खाली पड़े प्लॉट की तलाशी ली, लेकिन तेंदुआ और उसके शावक नहीं मिले। रेंजर भांखड़ा नवीन रौतेला ने बताया कि विभाग की टीम रात 12 बजे तक स्थानीय लोगों के साथ मिलकर प्लॉट में तेंदुए की खोज करती रही, लेकिन तेंदुआ और शावक का कोई पता नहीं चला। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। वहीं, स्थानीय लोग जिला प्रशासन से खाली प्लॉट की झाड़ियों को हटवाने की मांग कर रहे हैं, ताकि जंगली जानवरों के खतरों को कम किया जा सके।

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