नगर निगम प्रशासन ने आगामी दो वर्षों की कार्ययोजना को लागू करने के लिए नोडल विभागों के साथ बैठक की। इस बैठक में 2025 तक योजना पर 4.53 करोड़ रुपये खर्च करने और कार्यों को वास्तविकता में लाने पर चर्चा की गई।
शहर की सुंदरता में चार-चांद लगाने के लिए नगर निगम ने विभिन्न चौक-चौराहों पर फव्वारे (वाटर फाउंटेन) स्थापित किए हैं, जो हर शाम चालू किए जाएंगे। ये पानी के फव्वारे न केवल शहर की सुंदरता बढ़ाएंगे, बल्कि वायु को भी स्वच्छ बनाए रखेंगे। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत, जो 2019 में शुरू हुआ था, अब तक इस परियोजना पर 5.76 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।
दिसंबर 2024 में नगर निगम प्रशासन ने आगामी दो वर्षों की कार्ययोजना को लागू करने के लिए नोडल विभागों के साथ बैठक की। बैठक में 2025 तक योजना पर 4.53 करोड़ रुपये खर्च करने और कार्यों को वास्तविक रूप में लागू करने पर चर्चा की गई।
योजना के तहत शहर की वायु को स्वच्छ बनाए रखने के लिए विभिन्न चौक-चौराहों पर पानी के फव्वारे स्थापित किए गए थे। पहले चरण में इंद्रमणि बडोनी चौक, गौरादेवी चौक और आंबेडकर चौक को चिन्हित किया गया था। अब सभी फव्वारे बनकर पूरी तरह तैयार हो चुके हैं।
अब इन फव्वारों में विद्युत कनेक्शन लगाए जाने का कार्य बाकी है। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि अगले एक-दो दिनों में सभी फव्वारों पर कनेक्शन जोड़ दिए जाएंगे। हर शाम इन फव्वारों को चालू किया जाएगा। इनसे न केवल शहर की सुंदरता में वृद्धि होगी, बल्कि हवा भी शुद्ध रहेगी। वर्तमान में ऋषिकेश शहर का एक्यूआई 76 है।