हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल में 2-2 आईटीआई जबकि देहरादून, उत्तरकाशी, नई टिहरी, चमोली, पिथौरागढ़, चंपावत और अल्मोड़ा में 1-1 आईटीआई का चयन किया गया है।
इंडस्ट्री 4.0 के तहत राज्य के 13 आईटीआई को अब टाटा टेक्नोलॉजी (टीटीएल) द्वारा उन्नत किया जाएगा। इन आईटीआई में लघु और दीर्घकालिक कोर्स चलाए जाएंगे, जो युवाओं को उद्योग में रोजगार प्राप्त करने में मदद करेंगे। सोमवार को कौशल विकास और सेवायोजन विभाग तथा टाटा कंपनी के अधिकारियों के बीच इस संबंध में विभागीय मंत्री सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
उच्चीकरण के तहत हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल में 2-2 आईटीआई जबकि देहरादून, उत्तरकाशी, नई टिहरी, चमोली, पिथौरागढ़, चंपावत और अल्मोड़ा में 1-1 आईटीआई का चयन किया गया है। इन आईटीआई में बिजली, पानी, फर्नीचर, एसी, जनरेटर, पीसीसी, आरसीसी, एपोक्सी कोटिंग जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ 10 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में कार्यशाला का निर्माण राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
13 आईटीआई पर आने वाले खर्च का 87 प्रतिशत (368.48 करोड़) टाटा और बाकी 13 प्रतिशत 64.97 करोड़ सरकार वहन करेगी। मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुसार युवाओं को आधुनिक तकनीकी में प्रशिक्षित किया जाएगा।
उन्हें देश विदेश में भी नौकरी के अवसर मिलेंगे। इस मौके पर विभागीय सचिव सी रविशंकर, निदेशक संजय कुमार, टीटीएल के ग्लोबल हेड सुशील कुमार, नार्थ हेड रणधीर सिंह आदि मौजूद रहे।
30 नए कोर्स शुरू किए जाएंगे
13 आईटीआई में प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए टाटा द्वारा पहले दो वर्षों तक दो प्रशिक्षक और तीसरे वर्ष में एक प्रशिक्षक नियुक्त किया जाएगा। इन संस्थानों में छह दीर्घकालिक (एक से दो वर्ष तक) पाठ्यक्रम जैसे मैकेनिक इलेक्ट्रिक व्हीकल, एडवांस सीएनसी मशीनिंग, इंडस्ट्रियल रोबोटिक और डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग, बेसिक डिजाइनर और वर्चुअल वेरीफायर, मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस कंट्रोल और ऑटोमेशन, आर्टिजन यूजिंग एडवांस्ड टूल्स के साथ-साथ संबंधित 23 लघु अवधि (270 से 390 घंटे तक) के प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।